नरेंद्रनगर : पहाड़ों से पलायन की वजहों में शामिल शिक्षा का मुद्दा हमेशा से अहम रहा है। उत्तराखंड की एक बड़ी आबादी दूरदराज के पहाड़ों पर बसी है जिसके चलते उन्हें तमाम तरह की कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है । बात अगर प्राथमिक से लेकर उच्च शिक्षा तथा प्रोफेशनल एजुकेशन की करें तो यहां के नरेंद्र नगर विधानसभा क्षेत्र में स्थानीय विधायक सुबोध उनियाल के प्रयास से प्राथमिक से लेकर महाविद्यालय तथा पॉलिटेक्निक तक के शैक्षणिक संस्थान अव्वल हैं। तीन पॉलिटेक्निक,चार महाविद्यालय तकरीबन डेढ़ सौ से ज्यादा प्राथमिक व माध्यमिक विद्यालयों में पहाड़ पर बसे बच्चों से लेकर युवाओं को बेहतर शिक्षा मुहैया हो रही है।
जिसके चलते उन्हें अब पढ़ाई के लिए बाहर नहीं जाना पड़ता है । इसके साथ ही रोजगार के अवसर भी पहले की तुलना में बड़े हैं। आपको बता बताते चले कि नरेंद्र नगर विधानसभा पूरे उत्तराखंड प्रदेश में अव्वल होने के साथ पूरे प्रदेश में शिक्षा के क्षेत्र के नंबर वन के पायदान पर है आखिर पूरे प्रदेश में कैसे शिक्षा के क्षेत्र में अव्वल बना है नरेंद्र नगर इसके पीछे की कहानी को समझते है पूरे उत्तराखंड में 110 महाविद्यालय जिसमे सबसे ज्यादा चार महाविद्यालय नरेंद्रनगर विधनसभा में है इसी तरह प्रदेश के 75 पॉलिटेक्निक में से सबसे ज्यादा संख्या 3 नरेंद्र नगर में है इसी कड़ी में अगर ITI की बात करे तो प्रदेश के सबसे ज्यादा ITI पांच नरेंद्र नगर में हैं।
साथ ही प्रदेश में सबसे ज्यादा 44 इंटर कॉलेज और 22 हाईस्कूल है इसके साथ साथ राजीव नवोदय विद्यालय का देवलधार में बनाया गया , कस्तूरवा गांधी विद्यालय आमपाटा में बनाया गया ,केंद्रीय विद्यालय स्वीकृत के साथ साथ नरेंद्रनगर में लॉ कॉलेज का शिलान्यास किया गया ये सभी विकास कार्य पूरे प्रदेश में ही नही शिक्षा को लेकर देशभर में कीर्तिमान स्थापित करतें है।
आपको बता दें प्राथमिक शिक्षा के लिए जहां पहले बच्चों को कई किलोमीटर का सफर तय करना पड़ता था वहीं अब पहाड़ के अधिकांश गांव में प्राथमिक तथा माध्यमिक स्कूलों के बन जाने के बाद बच्चों का समय और उनकी सुरक्षा में खासा फर्क पड़ा है। जिसके चलते एक तरफ जहां बच्चे खुश हैं तो वहीं दूसरी ओर उनके अभिभावक भी राहत महसूस कर रहे हैं। इसके साथ ही स्कूलों का जाल बिछाने से शैक्षणिक रोजगार के अवसर भी पहले की तुलना में ज्यादा हुए हैं।