Delhi : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को AIMIM के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी की कार पर फायरिंग के मामले में अपना बयान जारी किया है. अमित शाह ने सदन को बताया कि ओवैसी की सुरक्षा को खतरे का मूल्यांकन किया गया है और उन्हें जेड कैटेगरी की सुरक्षा बुलेट प्रूफ कार के साथ देने का फैसला हुआ है.लेकिन उन्होंने सुरक्षा लेने से इनकार कर दिया है. अमित शाह ने विनती करते हुए कहा, ‘मैं उनसे निवेदन करुंगा कि वो तुरंत ही सुरक्षा ले लें.’
गृह मंत्री अमित शाह ने अपने बयान में कहा,
3 फरवरी को ओवैसी जब दिल्ली वापस लौट रहे थे एक टोल प्लाजा के पास दो अज्ञात व्यक्तियों द्वारा गोली चलाई गई. उनकी गाड़ी में तीन गोलियों के निशान मिले हैं. इस मामले में तीन गवाह हैं. थाना पिलखुवा में विवेचना की जा रही है. अब तक दो अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है. उनके पास से दो पिस्टल और एक अल्टो कार बरामद हुई है. साक्ष्य इकट्ठा किए जा रहे हैं. अभियुक्तों से पूछताछ की जा रही है.’
उन्होंने कहा कि ‘उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था नियंत्रण में है. कड़ी सतर्कता बरती जा रही है. घटनास्थल का पुलिस ने निरीक्षण किया है. जिला नियंत्रण कक्ष को ओवैसी के मूवमेंट की जानकारी नहीं दी गई थी.’
जानें- क्या है पूरा मामला?
3 फरवरी को AIMIM प्रमुख ओवैसी जब मेरठ और किठौर में रोड शो करने के बाद दिल्ली लौट रहे थे, उसी दौरान उनकी कार पर दो युवकों ने फायरिंग शुरू कर दी थी. ओवैसी ने खुद पर हुए हमले की जानकारी ट्वीट करके दी थी. हालांकि कार के आगे खड़े एक आरोपी को ओवैसी की कार चलाने वाले ने टक्कर मार दी, जिससे वो वहीं गिर गया था. इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया था. वहीं दूसरे आरोपी ने गाजियाबाद के एक थाने में जाकर खुद ही सरेंडर कर दिया. आरोपियों का मकसद ओवैसी को जान से मारने का थी लेकिन वे अपनी साजिश में नाकामयाब रहे.